नया पथ का संपादकीय कार्यालय खाली करना पडा, इसलिए अंक के छपने में देरी हो गयी । अब अंक प्रकाशित हो कर सभी जगह भेजा जा चुका है । पाठकों से अनुरोध है कि पत्र व्यवहार के लिए मेरा आवासीय पता अभी इस्तेमाल करें, पुराने पते पर न लिखें और न ही कोई राशि भेजें । पता इस प्रकार है - 173 कादंबरी, सेक्टर 9, रोहिणी, दिल्ली- 110085
पहले अंकों की ही तरह यहां नये अंक का अनुक्रम दिया जा रहा है जिससे पाठकों को सामग्री का अंदाज लग जाये ।
अनुक्रम
संपादकीय / 3
धरोहर
पिता के नाम तरुण मार्क्स का पत्र
हिंदी अनुवाद : राजीव / 9
युवक : भगत सिंह / 13
अदम्य जीवन : रांगेय राघव / 16
आलेख
चार्ल्स डार्विन को याद करते हुए : विजयश्री /25
गणितज्ञ एवारिस गेल्वा : हैरतनाक जिंदगी और मौत की कहानी : दिनेश सिंह / 35
एनरिको फेर्मि : जो बचा न सका बम का दुरुपयोग : पंकज चतुर्वेदी / 41
फ्रैंक रैमसे : एक महान युवा गणितज्ञ : धीरंजन मालवे / 43
अमृता शेरगिल : निर्झर बहता जीवन : वैभव सिंह / 48
‘एकरसता’ को तोड़ने और ‘बेकली’ को बढ़ाने वाले देवीशंकर अवस्थी : मुरली मनोहर प्रसाद सिंह / 58
अब गंगा नदी में चंद्रमा नहीं तैरता (राजकमल चौधरी पर एक पुनर्दृष्टि) : देवशंकर नवीन /63
भारतीय दलित लेखन : मौजूदा परिदृश्य : बजरंग बिहारी तिवारी /71
अवलोकन : आठवें दशक के युवास्वर
दो कविताएं : आलोकधन्वा
जनता का आदमी / 77
गोली दागो पोस्टर / 82
दो कविताएं : मंगलेश डबराल
तानाशाह कहता है / 85
अत्याचारियों की थकान / 86
तीन कविताएं : मनमोहन
आ राजा का बाजा बजा / 87
सूर्योदय / 89
जनरल फ्रैंको / 90
बहनें : असद ज़ैदी / 91
दो कविताएं : राजेश जोशी
चमत्कारिक चाकू /94
उन्होंने रंग उठाये /95
आग की गरज : नंद भारद्वाज / 96
नयी राहों के अन्वेषी
वेरिफि़केशन: यशोदा सिंह /101
रसूल भाई, यहां कैसे? : शमशेर अली / 106
ज़रूरतों की परछांइयां : लख्मी चंद कोहली / 111
आज के युवा कहानीकार
जोया: आकि़ल जि़याद / 115
उत्तर कथा : अजय नावरिया / 130
मृत्यु उत्सव : राजीव कुमार / 143
युवा चित्रकार विश्वजीत दास / 158
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