प्रेस विज्ञप्ति
जयपुर लिटरेरी फेस्ट में सलमान रुश्दी के आने पर रोक लगाने की मांग के विषय में जनवादी लेखक संघ का मानना है कि किसी भी व्यक्ति के भारत में आने या न आने का मामला देश में बनाये गये नियम कानूनों के अंतर्गत ही वैध या अवैध होता है, उन्हीं नियम कानूनों के अंतर्गत सलमान रुश्दी पहले भी भारत आ चुके हैं, हम उन नियम कानूनों से ऊपर किसी तरह की अनुमति या रोक के पक्षधर नहीं हैं। सलमान रुश्दी के लेखन को ले कर हम आलोचनात्मक रहे हैं और आज भी हैं, मगर किसी भी व्यक्ति के दुनिया के किसी भी देश में आने जाने के बारे में उस देश के नियम कानून के अंर्तगत फैसला होता है, हम उसमें हस्तक्षेप नहीं कर सकते और न ही हमें एक जिम्मेदार संगठन के रूप में करना ही चाहिए।
मुरली मनोहर प्रसार सिंह, महासचिव
चंचल चौहान, महासचिव
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