नया पथ का अक्टूबर-दिसंबर 2011 का अंक प्रकाशित
इस अंक का अनुक्रम हम यहां दे रहे हैं। पाठको व एजेंटों से अनुरोध है कि अपना आदेश जल्द ही हमें भेजें, सीमित प्रतियां उपलब्ध हैं:
एक प्रति की सहयोग राशि: साठ रूपये, डाकखर्च 32 रूपये अतिरिक्त
संपर्क: नया पथ, 42 अशोक रोड नयी दिल्ली-110001, फोन.011-23738015, ईमेल: : jlscentre @ yahoo.com
अनुक्रम
तीन सौ रामायणें : विशेष सामग्री
तीन सौ रामायणें : पांच उदाहरण और अनुवाद पर तीन विचार :
ए. के. रामानुजन / 5
रामानुजन का आलेख : सांस्कृतिक अनुशीलन की सर्वसमावेशी प्रविधि का अनूठा दस्तावेज़ : मुरली मनोहर प्रसाद सिंह / 32
रामायण की समृद्धि, विश्वविद्यालय की निर्धनता
: रोमिला थापर से साक्षात्कार / 36
कविताएं
आशा : विजेंद्र / 42
तीन कविताएं : निर्मला गर्ग / 43
तीन कविताएं : शंभु यादव / 46
कहानियां
बिजूखा : राधाकृष्ण सहाय / 49
ज़हर : हसन जमाल / 54
यात्रा : चरण सिंह पथिक / 60
जो है सो : सूर्यनाथ सिंह / 71
ये दाग़-दाग़ उजाला... : कैलाश बनवासी / 85
सिलवर लेक : मुकेश नौटियाल / 96
मैकाले का जिन्न : दिनेश कर्नाटक / 99
धनतेरस : टेकचंद / 111
कोई है : रिज़वानुल हक़ / 118
लादेन ओझा की हसरतें : प्रवीण कुमार / 127
लंबी कहानियां
पथभ्रष्ट : अनिता भारती / 140
गिलोटीन : विपिन कुमार शर्मा / 166
अन्य भारतीय भाषाओं की कहानियां
आस्था (उर्दू) : मुजीर अहमद आज़ाद / 184
मोमिनवाला का सफ़र (उर्दू) : अली अकबर नातिक़ / 188
मैना भाभी (पंजाबी) : सुकीरत / 193
खाली शीशियां (तेलुगु) : स्मैल / 201
डेड लाइन (मलयालम) : ई. पी. श्रीकुमार / 208
कथा-आलोचना
कथा-विमर्श के समकालीन संदर्भ : अरविंद कुमार / 215
यह बयान किसका है? : विभास वर्मा / 223
आज की कहानी में गांव और किसान : मोती लाल / 227
सभ्यता बर्बर, बेबस ‘बसेरा’ : प्रवीण कुमार / 232
स्मृति-शेष
श्रीलाल शुक्ल : नयी उद्भावनाओं के प्रवत्र्तक : मुरली मनोहर प्रसाद सिंह / 235
दोहरा अभिशाप की याद : बजरंग बिहारी तिवारी / 237
अदम गोंडवी के जाने का मतलब : कांतिमोहन सोज़ / 240
अप्रकाशित कुबेरदत्त : कृष्ण कल्पित / 244
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