हिंदुस्तानी सिनेमा के सौ बरस पर केंद्रित
अनुक्रम
संपादकीय / 3
खंड एक : जन्मशती पर विशेष
बलराज साहनी : जो बात तुझमें है... : चंदन श्रीवास्तव / 11
बलराज साहनी : एक प्रतिबद्ध... : जवरीमल्ल पारख / 20
गीतकार नरेंद्र शर्मा : कांतिमोहन सोज़ / 24
खंड दो : सिनेमा का मिज़ाज
जन सिनेमा की तलाश : जॉर्ज सेनजिनेस / 37
अभिनय-कला : बलराज साहनी / 43
बहुलोकप्रिय सिनेमा की सांस्कृतिक... : आशीष नंदी / 48
भाषा का सवाल : फि़ल्मी सदी का पैग़ाम : रविकांत / 61
साहित्य और सिनेमा के नाजुक रिश्ते : विनोद भारद्वाज / 73
साहित्य को सिनेमा में लाने के लिए... : मानवेंद्र सिंह / 76
परछाइयों की सल्तनत ... : कमलेश पांडे / 79
छद्म की लोकप्रियता और सिनेमा : प्रमोद कुमार तिवारी / 83
सिनेमा में ध्वनि तकनीक का उपयोग : वेद चंद मदेसिया / 91
टेक्नोलॉजी के नये दौर में सिनेमा... : संजय जोशी / 96
फि़ल्मों की वितरण व्यवस्था : अजय ब्रह्मात्मज / 105
खंड तीन : सिनेमा का सफ़र
श्रीकृष्ण जन्म : एक दुर्लभ फि़ल्म : पी.के. नायर / 111
प्रभात टच : उज्ज्वल उत्कर्ष / 116
आशंकाओं और उम्मीदों का संसार : जवरीमल्ल पारख / 129
ग्रामीण यथार्थ पर बनी दो फि़ल्में... : विनोद दास / 147
एक अकेला थक जायेगा... : शशांक दुबे / 156
सार्वकालिकता के पचास साल... : पुखराज जांगिड़ / 168
फि़ल्मों में साहित्य और लेखक... : शरद दत्त / 181
कविता में ‘सिनेमाई बिंब’ की तलाश : दिलीप शाक्य / 186
बेघर संसार की पुकार : कृष्ण कुमार / 193
सातवें-आठवें दशक का सिनेमा... : अरविंद कुमार / 199
समानांतर सिनेमा आंदोलन : एक नयी परंपरा की खोज : मानवेंद्र सिंह / 206
समानांतर सिनेमा और दलित चेतना : सत्यदेव त्रिपाठी / 215
दलित यथार्थ और सिनेमा : प्रमोद मीणा / 225
वीरा हार को अभिशप्त है क्यों : अकबर महफ़ूज़ आलम रिज़वी / 236
औरत का दमन और प्रतिरोध.. : प्रताप सिंह / 241
वैकल्पिक सिनेमा में सशक्त स्त्री निगाह : सुधीर सुमन / 248
जाने कहां आ गये हैं हम : निलय उपायाय / 254
आज का सिनेमा और आगे का सिनेमा : असग़र वजाहत / 259
बांबे टाकीज़ : कुछ अधूरे नोट्स : राजेंद्र शर्मा / 263
खंड चार : सिने मौसीक़ी
फि़ल्म संगीत का इतिहास : दो दस्तावेज़ : रविकांत / 273
सिने-संगीत इंद्र का घोड़ा है : आकाशवाणी उसका सम्मान करती है : नरेंद्र शर्मा / 276
कार्टून-चित्र / 282
सिनेमा के लिए रेडियो : लीलाधर मंडलोई / 284
हिंदुस्तानी फि़ल्म गायकी और स्त्री-विमर्श : अशरफ़ अज़ीज़ / 289
पचास के दशक में बंबइया फि़ल्मी गाने : शिखा झगन / 298
फि़ल्मों में शास्त्रीय संगीत : कुलदीप कुमार / 304
खंड पांच : सिने माहौल
राज कपूर और मेरे संगम की वह शाम... : अरविंद कुमार / 309
‘मोहन पिक्चर पैलेस’ से ‘बांबे टाकीज़’ तक : औचक शुरू हुई यात्रा... : रवींद्र त्रिापाठी / 315
दास्तान-ए-वैशाली : संजीव कुमार / 322
सिनेमा : चार तजुर्बे : रवीश कुमार / 334
सिनेब्लॉगबाज़ी : विनीत कुमार / 340
खंड छह : सिने पत्रकारिता
फि़ल्म पत्रिकाओं का इतिहास : राम मुरारी / 349
पन्ने पर बोलपट : विभास वर्मा / 355
मूल्य : एक प्रति : 150 रुपये, (डाक से मंगाने पर 55 रुपये अतिरिक्त)
संपर्क : संपादक, नया पथ, 42 अशोक रोड, नयी दिल्ली_110001,
फोन 011-23738015 Mobile: 09811119391
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