Tuesday, March 10, 2009

नया पथ का नया अंक

नया पथ का जनवरी मार्च अंक अब उपलब्‍ध है । इस अंक में दुनिया भर के ऐसे युवा प्रतिभाशाली व्‍यक्तित्‍वों पर सामग्री दी गयी है जो अपनी युवा अवस्‍था में ही समाज के लिए किसी न किसी ज्ञानक्षेत्र में कुछ बडा योगदान कर गये । यहां हम उसका अनुक्रम दे रहे हैं ।

अनुक्रम
संपादकीय : युवाओं के लिए / 3
क्यूबाई क्रांति के पचास साल
क्रांति की प्रासंगिकता : डायना राबी (अनु- जवरीमल्ल पारख) / 13
जन–जन का चेहरा एक : गजानन माधव मुक्तिबोध / 24 क्यूबा के कवि अंतोनियो गेर्रेरो की दो कविताएं / 26
तेरह (अनु- असद ज़ैदी) / 26
साथ चलो (अनु- असग़र वजाहत) / 26
मंथन : एक नयी दुनिया संभव है
गोगोल को पत्र : विस्सारियन ग्रिगोरियेविच बेलिंस्की (अनु- नरोत्तम नागर) / 32
युवा मार्क्‍स : राजीव / 40
आलोचना में हमारे मतभेद : निकोलाई अलेक्जान्द्रोविच दोब्रोल्युबोव (अनु- नरोत्तम नागर) / 46 होरेस ग्रीले / चाल्र्स डाना : अरविंद कुमार मिश्र / 49
क्रिस्टोफ़र काडवेल : एक प्रेरक मार्क्‍सवादी युवा चिंतक : चंचल चौहान / 56
राल्फ़ फ़ाक्स: मार्क्‍सवाद का सौम्य और प्रेरणादायी चेहरा : आनंद प्रकाश / 61
तोड़ो, तोड़ो कारा तोडो
डेरोजिओ और यंग बंगाल आंदोलन : वैभव सिंह / 67
युवा विद्रोही विवेकानंद : देवीप्रसाद मौर्य / 79
शहीद भगतसिंह के ऐतिहासिक बयान / 84
हमारी श़्रंखला की कडि़यां : महादेवी वर्मा / 92
सफ़दर की शहादत के अर्थ : राजेंद्र शर्मा / 98
साहित्य, कला और विज्ञान : युवा कीर्तिमान
वॉन गॉग : तवरेज़ अंसारी / 105
हेनरिक़ रुडॉल्फ़ हर्टज : सुभाष कुमार / 110
एमिली ब्रांटे : नलिन विकास / 112
बोल्शेविक क्रांति के दर्पण : सर्गेइ एम आईसेंस्टिन : जवरीमल्ल पारख / 114
मुक्ति का महाख्यान और सुकांत : सुधा सिंह / 118
लोहे के स्वाद की कविता : धूमिल की याद : दिनेश कुमार शुक्ल / 137
हसन जाफ़री : वक़ार सिद्दीक़ी / 143
विज्ञान के क्षेत्र में युवाशक्ति : विजयश्री / 146
आज के युवा कव‍ि
दस्तंबो वाले ग़ालिब से : मंजरी श्रीवास्तव / 157
तीन कविताएं : प्रकाश
हारता हुआ रंग / 159
फिर कफ़न / 161
पूस की रात के बाद / 163
पांच कविताएं : उमाशंकर चौधरी
हंसी के विषय / 166
सचमुच / 166
डर लगता है उस औरत के विश्वास से / 166
नज़रिया / 168
संघर्ष पिता की ख्‍वाहिश से भी है / 168
पांच कविताएं : निशांत
एक कवि / १७१
एक कविता / १७२
एक कवि को / १७२
प्रेम में : एक / १७३
प्रेम में : दो / १७४
दो कविताएं : अच्युतानंद मिश्र
आदमी चुप है / 176
रात / 178
दो कविताएं : मनोज कुमार झा
धान / 181
दुविधा /181
चार कविताएं : राहुल झा
त्रिलोचन के प्रति... / 183
क्योंकि वे जाग रहे हैं... / 183
डायरी / 184
जब तक... / 184

एजेंट साथियों से अनुरोध है कि वे अपनी प्रतियों के आदेश भेजें । पाठक एक प्रति के लिए 30 रुपये के अलावा 19 रु साधारण डाकखर्च के लिए और रज‍ि के लिए रज‍ि का पैसा भी भेजें : पता है :
नया पथ : 8 विठठलभाई पटेल हाउस, रफी मार्ग, नयी दिल्ली-110001